'नेताजी' गायब, समाजसेवी डटे

वसई-विरार में जनप्रतिनिधियों के फोन 'नॉट रिचेबल'


लॉकडाउन के कठिन दौर में समाजसेवकों ने संभाला मोर्चा


नगरसेवकों के कार्यालयों में उमड़ती भीड़ हो रही मायूस



सुरेंद्र नेगी, वसईः कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर राष्ट्रीय लॉक-डाउन' और राज्यीय 'कके बीच बुधवार को भी वसई तालुका बंद रही। लॉकडाउन चलते वसई-विरार के स्लम इलाकों की स्थिति खराब होती जा रही लोगों के पास खाने-पीने की खत्म हो चुकी हैं। नगरसेवकों कार्यालयों में लोगों की भीड़ उमड़ रही है, लेकिन कोई मदद को नहीं आ रहा है। ऐसे में, लोगों तारणहार बन रही हैं समाजसेवी संस्थाएं, जिनके वालंटियर्स लोगों को खाद्य सामग्री से लेकर अन्य जरूरी सेवाएं मुहैया करा रहे हैं